.29. 12th June,2014...
Delhi......
B.S.Sharma....
(Rachnakar )..
" बून्द "
मै तो एक बून्द हू ,
सागर नही ,
सागर ,बनने का ख्वाब ,
मुझ में नही आ सकता,
क्योंकि मै बून्द का ,
अस्तित्व समझता हू ,
सागर बनने की हिम्मत ,
नहीं जुटा पा सकता हू मै ,
क्योंकि मै जानता हू की,
हिलोरे नदी की क्या कहती है,
जो सागर बन गए है ,
बनना चाहते है ,
पुछो उनसे ,
मुझे कहना है उनसे ,
सागर का अस्तित्व ही ,
"बून्द' से है ,
कौन झुटला सकता है ,
इस कटु सत्य को ,::::::::
Delhi......
B.S.Sharma....
(Rachnakar )..
" बून्द "
मै तो एक बून्द हू ,
सागर नही ,
सागर ,बनने का ख्वाब ,
मुझ में नही आ सकता,
क्योंकि मै बून्द का ,
अस्तित्व समझता हू ,
सागर बनने की हिम्मत ,
नहीं जुटा पा सकता हू मै ,
क्योंकि मै जानता हू की,
हिलोरे नदी की क्या कहती है,
जो सागर बन गए है ,
बनना चाहते है ,
पुछो उनसे ,
मुझे कहना है उनसे ,
सागर का अस्तित्व ही ,
"बून्द' से है ,
कौन झुटला सकता है ,
इस कटु सत्य को ,::::::::
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