"34: 13th June,2014.....
Delhi ::::
B.,S.Sharma ....
(Rachnakar )....
Delhi ::::
B.,S.Sharma ....
(Rachnakar )....
" गंगा की धारा :
सीधी लकीरे खीच चुकी सीधी ही रहनी चाहिए ,
ना मिले गंगा चाहें धारा तो बहनी चाहिए ,
हंगामा खड़ा करना लोगो का मकसद ना हो ,
दीवारे दिले बेसक मगर दिवार बंननी चाहिए ,
ना मिले गंगा ::::::::
ख़ुश है सभी वे भक्त जन हंगामा दीवारे देखकर,
मेरी कोशिश है की दीवारे सूरत बदलनी चाहिए ,
न मिले गंगा ::::::::
मेरी तीली से नहीं ,तो किसी की तीली से सही ,
हो कहि भी जोत लेकिन जोत जलनी चाहिए ,
न मिले गंगा ::::::::
नफरत की दीवारे खड़ी करते है बुजदिल लोग जो,
बेसबब की बात भी करते है बुजदिल लोग जो ,
वहां चाणक्य कहते लोग जो ,वहीं चाणक्य नीति चाहिए ,
ना मिले गंगा ::::::::
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