:14 : 7th. July ..2014 ;,..
Delhi :::::::
B.S.Sharma...........
"पैसा"
पैसे का है खेल जगत मे पैसा शाहुकार ;
बिन पैसे इज्जत नही सब कुछ है बेकार ;
सब कुछ है बेकार पैसे को धर्म बनाओं '
जीने का साधन यही है सुख का आधार ;
है सुख का आधार जितनी करू महिमा है थोड़ी ;
पैसा जिसके पास है वो ही हीरामल किरोड़ी ;
जीवन के संसार में पैसा है व्यापार ;
पैसे से ही यार है पैसे से परिवार ;
पैसे से परिवार सब करते मौज बहार ;
पैसा न हो घाँठ में तो कैसे हो उद्धार ;
कैसे हो उद्धार पैसे बिन सेज है सूनी ;
रंगी को नारंगी कहें नजरे हो जाये ख़ूनी ;
नजरे हो जाएं ख़ूनी पैसा ही कोहराम मचाएं ;
भाई भाई को ही खुद पैसा मरवाये ;
पैसा ही संसार में सभी सुखों की खान ;
पैसे बिन न मिल सके रोटी ,कपड़ा,छान ;
दीन ,हिन ,की गाड़ी है चलनी दुश्वार ;
पैसा नही है पास तो है ज़िंदगी बेकार ;
है जिंदगी बेकार बना लो पैसे को साथी ;
गर पैसा है अपनी गाँठ में तो होगा राम हिमाती ;
राम और शाम सभी आजकल पैसे से मिलते;
पैसे के कारण "हवाला" कांड है चलते;
चिंता छोड़ जहां की कर ले कोई उपाय ;
पैंसे को ही मान ले अपना सखा ,सहाय ;:::::::::::::::
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B.S.Sharma...........
"पैसा"
पैसे का है खेल जगत मे पैसा शाहुकार ;
बिन पैसे इज्जत नही सब कुछ है बेकार ;
सब कुछ है बेकार पैसे को धर्म बनाओं '
जीने का साधन यही है सुख का आधार ;
है सुख का आधार जितनी करू महिमा है थोड़ी ;
पैसा जिसके पास है वो ही हीरामल किरोड़ी ;
जीवन के संसार में पैसा है व्यापार ;
पैसे से ही यार है पैसे से परिवार ;
पैसे से परिवार सब करते मौज बहार ;
पैसा न हो घाँठ में तो कैसे हो उद्धार ;
कैसे हो उद्धार पैसे बिन सेज है सूनी ;
रंगी को नारंगी कहें नजरे हो जाये ख़ूनी ;
नजरे हो जाएं ख़ूनी पैसा ही कोहराम मचाएं ;
भाई भाई को ही खुद पैसा मरवाये ;
पैसा ही संसार में सभी सुखों की खान ;
पैसे बिन न मिल सके रोटी ,कपड़ा,छान ;
दीन ,हिन ,की गाड़ी है चलनी दुश्वार ;
पैसा नही है पास तो है ज़िंदगी बेकार ;
है जिंदगी बेकार बना लो पैसे को साथी ;
गर पैसा है अपनी गाँठ में तो होगा राम हिमाती ;
राम और शाम सभी आजकल पैसे से मिलते;
पैसे के कारण "हवाला" कांड है चलते;
चिंता छोड़ जहां की कर ले कोई उपाय ;
पैंसे को ही मान ले अपना सखा ,सहाय ;:::::::::::::::
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