-15- 7th ; June; 2014::::
Delhi ::::::::
:B.S.Sharma..........
:" झूठ "
झूठ ने बांधी है गाँठ इस कदर,
की सच की नही आसां डगर है ;
झूठ तन ,झूठ मन ; सब झूठ ही संसार है ;
रोटी नही सच से मिले तो झूठ ही व्यापार है ',
सत्य के साये में आज रहता जो परिवार है ,
रोटी की तो बात क्या पानी भी वहां दुस्वार है ,
उठती नही है डोली आज गर झूठ का सहारा न हो ,
फांसी का फंदा पड़ जाये मंदा जहां झूठ की ललकार हो ,
झूठ से है ज़िंदगी , है झूठ से अमनो ,चमन ,,
झूठ से ही बन्दगी ,झूठों के लाखों यार है ,
जीना है तो झूठ को ही दोस्त बनाओं ,
हो इशारा झूठ का तो नोटों की बौछार है ,
झूठ है फूलों की सेज , है झूठ से दुल्हन सजी ,
झूठ नही तो पास फिर चारो तरफ अंधकार है ,
है शक्ति इतनी झूठ की होता जंगल में मंगल यहाँ ,
झूठ है ताकत बड़ी ,सब झूठ से सरकार है
झूठ से है राम- रहीम, है झूठों की बस्ती जहां ,
सच तेरा रहना मुश्किल जहां झूठो की कतार है . . :::::::::
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:B.S.Sharma..........
:" झूठ "
झूठ ने बांधी है गाँठ इस कदर,
की सच की नही आसां डगर है ;
झूठ तन ,झूठ मन ; सब झूठ ही संसार है ;
रोटी नही सच से मिले तो झूठ ही व्यापार है ',
सत्य के साये में आज रहता जो परिवार है ,
रोटी की तो बात क्या पानी भी वहां दुस्वार है ,
उठती नही है डोली आज गर झूठ का सहारा न हो ,
फांसी का फंदा पड़ जाये मंदा जहां झूठ की ललकार हो ,
झूठ से है ज़िंदगी , है झूठ से अमनो ,चमन ,,
झूठ से ही बन्दगी ,झूठों के लाखों यार है ,
जीना है तो झूठ को ही दोस्त बनाओं ,
हो इशारा झूठ का तो नोटों की बौछार है ,
झूठ है फूलों की सेज , है झूठ से दुल्हन सजी ,
झूठ नही तो पास फिर चारो तरफ अंधकार है ,
है शक्ति इतनी झूठ की होता जंगल में मंगल यहाँ ,
झूठ है ताकत बड़ी ,सब झूठ से सरकार है
झूठ से है राम- रहीम, है झूठों की बस्ती जहां ,
सच तेरा रहना मुश्किल जहां झूठो की कतार है . . :::::::::
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